27 जुलाई, 2009

चुनाव परिणाम

ग्राम प्रधान चुनाव के नतीजे आ गए थे , सुरेन्द्र जी बड़े परेशान से घर के आगे चारपाई डाल कर बैठे हुए थे . तभी उनके खेतों में काम करने वाला छोटे लाल आ और बोला "का बात है साहब बड़ा परेशान लागत हो ? ".

सुरेन्द्र जी बोले "चुनाव का नतीजा आ गया है बस उसे जान कर बड़ा दुखी हूँ "

छोटे लाल बोला "का भवा साहब, हम और हमरे घरवाली तो आपके ही वोट दिए रहे , लेकिन सुने हैं की जगदीश जीत गए हैं "

इतना सुनते ही सुरेन्द्र जी के चहरे का रंग बदल गया और वो बोले "का छोटेलाल, तू सही कह रहे हो की तू हमको वोट दिए हो "

छोटेलाल बोला "हाँ मालिक , हम और हमरे घरवाली आपही को वोट दिए हैं "

सुरेन्द्र जी ने दुबारा पूछा "सच कह रहे हो छोटेलाल या झूठ बोल रहे हो "

"नहीं सरकार हम सच बोल रहे हैं" छोटेलाल बोला .

सुरेन्द्र जी ने पास के पड़ा हुआ डंडा उठाया और लगे मारने छोटेलाल को तब तक और लोग आ गए और बोले "अरे सुरेन्द्र बाबु हार गए तो गरीब को मारोगे क्या "

सुरेन्द्र जी बोले "नहीं हम इसको इसलिए मार रहे हैं क्योंकि ये हमसे झूठ बोल रहा हैं "

लोगोने पूछा "अरे क्या झूठ बोल दिया इसने "

अभी थोडी देर पहले मतगणना केंद्र से आया और यहाँ बैठ कर सोच रहा था "मुझे केवल एक वोट मिला है, तो मेरे बीवी और बच्चोंने किसे वोट दिया है. तभी ये आ गया और बोलने लगा की "इसने और इसकी घरवाली ने मुझे वोट दिया हैं, बस इसी बात पर गुस्सा आ गया " .