tag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post4926014411874692074..comments2023-05-30T13:32:03.360+05:30Comments on आलोक: लखनऊ में शादीआलोक सिंहhttp://www.blogger.com/profile/00082633138533183604noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-35942156166860744032009-04-20T10:44:00.000+05:302009-04-20T10:44:00.000+05:30वाह वाह क्या बात है! बहुत ही उन्दा लिखा है आपने !वाह वाह क्या बात है! बहुत ही उन्दा लिखा है आपने !Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-83406212902293415502009-04-16T14:38:00.000+05:302009-04-16T14:38:00.000+05:30वाह भैया वाह, क्या बारात निपटाई.वाह भैया वाह, क्या बारात निपटाई.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-60349773284689215762009-04-15T15:09:00.000+05:302009-04-15T15:09:00.000+05:30अरे बाप रे ! क्या नजारा रहा होगा !अरे बाप रे ! क्या नजारा रहा होगा !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-49572928796263790452009-04-15T14:02:00.000+05:302009-04-15T14:02:00.000+05:30शादियों में अक्सर ऐसा माहोल दिखाई देता है............शादियों में अक्सर ऐसा माहोल दिखाई देता है............आपका कुकुरमुत्ते वाला प्रसंग भी मजेदार हैदिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-1073910563927288342009-04-15T13:45:00.000+05:302009-04-15T13:45:00.000+05:30BAHUT ACHCHHA LEKH
U R WELCOME AT BHADAS FOR U.P. ...BAHUT ACHCHHA LEKH<br />U R WELCOME AT BHADAS FOR U.P. AT UP4BHADAS.BLOGSPOT.COM <br /><br />REGARDS<br />SALEEM KHAN<br />SWACHCHH SANDESH: HINDOSTAAN KI AAWAAZSaleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-37663612759108593212009-04-15T12:37:00.000+05:302009-04-15T12:37:00.000+05:30गजब की शादी, गजब के बराती।
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तस्लीम
सा...गजब की शादी, गजब के बराती।<br />----------<br /><A HREF="http://tasliim.blogspot.com/" REL="nofollow">तस्लीम </A> <br /><A HREF="http://sciblogindia.blogspot.com/" REL="nofollow">साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन</A>adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-1836781545914092142009-04-15T11:58:00.000+05:302009-04-15T11:58:00.000+05:30शहरीकरण का जो लेखा जोखा आपने बहुत सुंदर तरीके से ...शहरीकरण का जो लेखा जोखा आपने बहुत सुंदर तरीके से लिखा .......कविले तारीफ है.RAJIV MAHESHWARIhttps://www.blogger.com/profile/14655178760836239744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-24739422046699057282009-04-15T11:23:00.000+05:302009-04-15T11:23:00.000+05:30गाँव के लोगों पर शहर का चाल-चलन थोपेंगे तो नतीजा य...गाँव के लोगों पर शहर का चाल-चलन थोपेंगे तो नतीजा यही निकलेगा! गूढ़ बात यह है कि हम देसी लोगों पर जिस तरह अंग्रेजी कानून और सिस्टम थोपे गये हैं, उसका भी कुल मिलाकर यही हाल है!Anil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/06680189239008360541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-75749501469223210082009-04-15T00:29:00.000+05:302009-04-15T00:29:00.000+05:30जहां जहां प्रेम घटा है वहां वहां बुफे का प्रचलन बढ...जहां जहां प्रेम घटा है वहां वहां बुफे का प्रचलन बढ़ा है। हमारे शहर में भी अधिकांश भोज बुफे हो गए हैं लेकिन कुछ लोग अब भी पुराने तरीके से प्रेम से खाना खिलाते हैं। :)Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-77027474415588447752009-04-15T00:24:00.000+05:302009-04-15T00:24:00.000+05:30बढिया रहा ...बढिया रहा ...संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-1411998898050620142009-04-14T22:03:00.000+05:302009-04-14T22:03:00.000+05:30अरे कैसा किस्सा सुना दिए भाई ,पर है मजेदार .अरे कैसा किस्सा सुना दिए भाई ,पर है मजेदार .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-82526891824174830232009-04-14T21:40:00.000+05:302009-04-14T21:40:00.000+05:30baasi kissaa !baasi kissaa !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-55896362392562620012009-04-14T21:14:00.000+05:302009-04-14T21:14:00.000+05:30भाई ये सच में कहानी ही है ना कहीं यह सच्चाई : : :...भाई ये सच में कहानी ही है ना कहीं यह सच्चाई : : :मोहन वशिष्ठ https://www.blogger.com/profile/00939783274989234267noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-825926864712137492009-04-14T21:01:00.000+05:302009-04-14T21:01:00.000+05:30जबर्दस्त किस्सा सुनाया आपने.
रामराम.जबर्दस्त किस्सा सुनाया आपने.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-17315362572122639202009-04-14T20:47:00.000+05:302009-04-14T20:47:00.000+05:30आलोक भईया ऐसा जबरदस्त किस्सा गांव वालों के साथ ही ...आलोक भईया ऐसा जबरदस्त किस्सा गांव वालों के साथ ही होता है । का का खा ले इतना कुछ होता है । आज भी लोग को मशरूम के बारे में नाही पता है ।वाकिया मजेदार लगा ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16883786301435391374noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-67545728750983147092009-04-14T20:39:00.000+05:302009-04-14T20:39:00.000+05:30मजेदार वाकया है। इस तरह के गंवई मनई लोगों में शामि...मजेदार वाकया है। इस तरह के गंवई मनई लोगों में शामिल हो मजे लेने का एलग ही लुत्फ है जो कि शहरी बनावट से बेहतर है। इसे ही मनसायन कहते हैं।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-6028460155571681982009-04-14T19:45:00.000+05:302009-04-14T19:45:00.000+05:30वाह! आप तो यह पढ़ें - मंगल सिंह का शहरीकरण।वाह! आप तो यह पढ़ें - <A HREF="http://halchal.gyandutt.com/2008/05/blog-post_13.html" REL="nofollow">मंगल सिंह का शहरीकरण</A>।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-75783156976867235092009-04-14T19:02:00.000+05:302009-04-14T19:02:00.000+05:30जबरदस्त गाँव है ....हमें तो बीस साल पहले का यद् है...जबरदस्त गाँव है ....हमें तो बीस साल पहले का यद् है ,एक बार गाँव से कोई बाबा जी हमारे यहाँ आये एक दिन रुक कर गए .गाँव में जाकर बोले .अरे सतपाल (पिता जी )के लौंडे बड़े बत्तमीज़ है...ब्रेड को दोनों ओर से सेक कर खाते है..अज तक हमें बदतमीजी ओर दोनों ओर से सिकी हुई ब्रेड का सम्बन्ध समझ नहीं आया . ..डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-28331303035996013582009-04-14T18:25:00.000+05:302009-04-14T18:25:00.000+05:30बहुत खूब चित्रण किया है
"टॉयलेट का दरवाजा खोला तो...बहुत खूब चित्रण किया है <br />"टॉयलेट का दरवाजा खोला तो दंग रह गया , अन्दर पाश्चयात शौचालय था जिसका शायद किसी ने प्रयोग नहीं किया था , बहुत लोग तो फर्श पर ही हलके हो लिए थे, बड़ी हिम्मत करके सोचा पानी डाल के गंदगी बहा देता हूँ , पर बाल्टी और मग को भी लोगों ने भर दिया था . वो तो शुक्र था खाना रात को खाया था अगर सुबह कुछ खाया होता तो पक्का उलटी कर देता"<br />बाप रे का मंजर रहा होगा .लखबीर सिंहhttps://www.blogger.com/profile/13329011759568128851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-33997658141715830912009-04-14T17:53:00.000+05:302009-04-14T17:53:00.000+05:30वाह क्या शादी थी , ऐसी शादी आपको हमेशा याद रहेगी ....वाह क्या शादी थी , ऐसी शादी आपको हमेशा याद रहेगी . <br />:)piyushhttps://www.blogger.com/profile/02213266633309533799noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-41215885610334864172009-04-14T17:49:00.000+05:302009-04-14T17:49:00.000+05:30इतना भयानक मंजर लिख दिया है आपने तो :)इतना भयानक मंजर लिख दिया है आपने तो :)रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-80880875459517628292009-04-14T17:48:00.000+05:302009-04-14T17:48:00.000+05:30"बफे सिस्टम को कोई गिद्ध भोज तो कोई कुक्कुर भोज कह..."बफे सिस्टम को कोई गिद्ध भोज तो कोई कुक्कुर भोज कह रहा था " वास्तव में जो खाने का मजा बैठ कर आराम से खाने में है वो बफर सिस्टम में नहीं आता .<br />लड़कीवालों को ऐसे बड़े होटल में वयवस्था ही नहीं करनी चाहिए थी जहा , ग्रामीण परिवेश वाले अर्जेस्ट न कर सके .Inderjeet Singhhttps://www.blogger.com/profile/11309666121072593051noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-57291030039939230712009-04-14T17:25:00.002+05:302009-04-14T17:25:00.002+05:30बाप रेबाप रेराजीव जैनhttps://www.blogger.com/profile/07241456869337929788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-83236283813919238902009-04-14T17:25:00.001+05:302009-04-14T17:25:00.001+05:30आपने तो सच में डरा दिया....... क्या कहानी है।आपने तो सच में डरा दिया....... क्या कहानी है।aarseehttps://www.blogger.com/profile/13270855138365991859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7827060913832420994.post-46174570283364421152009-04-14T17:25:00.000+05:302009-04-14T17:25:00.000+05:30हमने भी कई शादियों में ये हाल देखा है बफर सिस्टम म...हमने भी कई शादियों में ये हाल देखा है बफर सिस्टम में हालत बुरी हो जाती है ....अब कहाँ कोई रेस्पोंसिबिलिटी लेना चाहता है ...खुद खाओ तो खाओ नहीं तो मरो हमारी बला सा ...हमने तो दावत दे दी :):)अनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.com