एक अँधेरा लाख सितारे ,
एक निराशा लाख सहारे
सबसे बड़ी सौगात है जीवन ,
नादान है जो जीवन से हारे
दुनिया की यह बगिया ऐसी ,
जितने कांटे फूल भी उतने
दामन मे ख़ुद आ जायेंगे ,
जिनकी तरफ़ तू हाथ पसारे
बीते हुए कल की खातिर तू
आने वाला कल मत खोना
जाने कौन कहाँ से आकर ,
राहें तेरी फ़िर से संवारे
दुःख से अगर पहचान न हो तो,
कैसा सुख और कैसी खुशियाँ
तूफानों से ही तो लड़कर ,
लगते हैं साहिल कितने प्यारे
एक अँधेरा लाख सितारे ,
एक निराशा लाख सहारे
सबसे बड़ी सौगात है जीवन ,
नादान है जो जीवन से हारे .
05 फ़रवरी, 2009
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सबसे बड़ी सौगात है जीवन ,
जवाब देंहटाएंनादान है जो जीवन से हारे
बिल्कुल सही लिखा है ! धन्यवाद
एक अँधेरा लाख सितारे ,
जवाब देंहटाएंएक निराशा लाख सहारे
सबसे बड़ी सौगात है जीवन ,
नादान है जो जीवन से हारे .
...........बहुत सुन्दर लिखा आपने, बधाई.
कभी मेरे ब्लॉग शब्द-शिखर पर भी आयें !!
एक अँधेरा लाख सितारे ,
जवाब देंहटाएंएक निराशा लाख सहारे
सबसे बड़ी सौगात है जीवन ,
नादान है जो जीवन से हारे .
बहुत ही सुंदर, उम्मीद से भरी
आप की यह कविता बहुत हिम्मत देती है.
धन्यवाद